Student of the year 2 review in Hindi |
फ़िल्म: स्टूडेंट ऑफ़ दी इयर 2
डायरेक्टर:
स्टार कास्ट: आदित्या सील,टाइगर श्रॉफ,तारा सुतारिया,अनन्या पाण्डेय
स्टोरी: फ़िल्म स्टार्ट होती है देहरादून के एक स्कूल से जहाँ मस्ती होती है खेलकूद होता है डांस कंपटीशन होता है मगर पढ़ाई नहीं होती उसी स्कूल में पढ़ रहा होता है टाइगर श्रॉफ और तारा सुतारिया फिल्म आगे बढ़ती है टाइगर श्रॉफ की टीम के एक कबड्डी मैच खेलती है जो की फिल्म तेवर के अर्जुन कपूर और मनोज वाजपेई से प्रेरित लगता है जिस प्रकार तेवर में अर्जुन कपूर की एंट्री कबड्डी खेल के द्वारा होती है उसी प्रकार स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 में भी टाइगर श्रॉफ के एंट्री कबड्डी से ही होती है फिल्म तेवर में जिस प्रकार अर्जुन कपूर विपक्ष की पूरी टीम का आउट कर देता है उसी प्रकार इस फिल्म में भी टाइगर श्रॉफ भी पूरी टीम को पछाड़ देता है इसे देखकर ऐसा लगता है कि टाइगर श्रॉफ का मुकाबला कर पाना तो हल्क के बस का भी नहीं है इस प्रकार फिल्म आगे बढ़ती है टाइगर श्रॉफ को एक दूसरे कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है जहां पर बहुत-बहुत रिच बच्चे पढ़ते हैं वहां की फीस अफोर्ट करना टाइगर श्रॉफ के बस की बात नहीं थी लेकिन फिर भी उसको स्पोर्ट स्कॉलरशिप के आधार पर एडमिशन मिल जाता है टाइगर श्रॉफ फिल्म में स्टूडेंट की भूमिका में है मगर वह स्टूडेंट बिल्कुल भी नहीं लगते हैं कॉलेज में उनका सामना आदित्य सील यानी की फिल्म के करैक्टर मानव से होता है जो एकदम परफेक्ट स्टूडेंट लगता है वो हर चीज मे आगे होता है चाहे वह स्पोर्ट्स हो या फिर डांस कंपटीशन सिद्धार्थ सील यानी कि मानव वहां का ट्रस्टी का बेटा होता है जो कि बहुत रिच होता है इस वजह से आदित्य सील को कुछ भी करने का हक होता और उसके ऊपर कोई कार्रवाई भी नहीं होती है फिल्म में कुछ सीन परेशान करते हैं जैसे कि टाइगर श्रॉफ के द्वारा से आदित्य सील को थप्पड़ मारने पर उसे बिना वार्निंग दिए रेस्टिगेट कर दिया जाता है और जबकि आदित्या सील के द्वारा टाइगर श्रॉफ को मार मार के कॉलेज के गेट के बाहर कर दिया जाता है फिर भी उसके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं होती है आगे फिल्म में क्या होता है इसके लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी
डायरेक्शन: फिल्म का डायरेक्शन पुनीत मल्होत्रा ने किया है जो कि इससे पहले आई हेट लव स्टोरी और गोरी तेरे प्यार में जैसी फिल्मों को डायरेक्ट कर चुके हैं पुनीत मल्होत्रा ने अपनी तरफ से पूरी मेहनत की है फ़िल्म को अच्छा बनाने की पर खराब स्टोरी लाइन की वजह से फिल्म में कुछ खास जादू नहीं कर पाए फिल्म की तुलना अगर स्टूडेंट ऑफ द ईयर से करें तो यह फिल्म काफी पीछे है और इसके लिए डायरेक्टर को दोष दिया जाना ठीक नहीं है क्योंकि फिल्म की स्टोरी स्टूडेंट ऑफ द ईयर के मुकाबले काफ़ी कमजोर थी
एक्टिंग: टाइगर श्रॉफ ने फिल्म में अपना काम ठीक ठीक किया है लेकिन परफेक्ट नहीं क्योंकि हम उनको बहुत सी एक्शन फिल्मों में देख चुके हैं तो एक्शन करते हुए ही अच्छे लगते हैं जैसा कि फ़िल्म मे उनका एक स्टूडेंट का रोल था वो स्टूडेंट बिल्कुल भी नहीं लगे हैं बल्कि उसे कही ज्यादा उम्र और एक बहुत ही मिडल क्लास फैमिली के लगे हैं
तारा सुतारिया का रोल अनन्या पांडे की तुलना में कम है लेकिन अपना काम ठीक ठीक किया है अनन्या पांडे बहुत खूबसूरत लगी है और अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रही है कि उनकी पहली फिल्म है इस हिसाब से देखा जाए तो उनका काम अच्छा है अब बात करते हैं फिल्म का असली हीरो के बारे में जो कि
आदित्य सील है आप उनको जब भी स्क्रीन पर देखोगे तो आप उनके फेन हो जाओगे उसके फेस एक्सप्रेशन,बॉडी लैंग्वेज,एक्शन एकदम परफेक्ट है आदित्य सील इससे पहले तुम बिन टू जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं लेकिन वहां से उनको इतनी ज्यादा सफलता नहीं मिली जिसके वो हक़दार है
आप जब इस फ़िल्म को देखकर बहार निकलोगे तो आपका आदित्या सील से प्यार हो जाएगा उन्होंने इतना परफेक्टली अपना काम क्या है
म्यूजिक: फिल्म का म्यूजिक ठीक ठीक है मगर स्टूडेंट ऑफ द ईयर के फर्स्ट पार्ट के जितना अच्छा नहीं है
रेटिंग:🌠🌠🌠
Nice.
ReplyDeleteOnTechPrO
Thankew chai
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